- हॉर्मोन की खोज बेलिस (Bayliss) और स्टारलिंग (Starling) ने की थी |
- रसायनिक दृष्टि से हॉर्मोन प्रोटीन,स्टीराइड और एमिनो Acid के व्युत्पन्न पदार्थ होते है |
- हॉर्मोन अन्त: स्त्रावी ग्रन्थियों के अल[ मात्रा में स्त्रावित होने वाले कार्बनिक पदार्थ है |
- ये जैव उत्प्रेरको के रूप में कार्य करते है था प्रथम संदेश वाहक अणु होते है |
- ये अंत : वातावरण को नियंत्रित करते है तथा अन्य होर्मोनो की क्रिया को अनुमति प्रदान करते है |
प्रोटीन हॉर्मोन :—-
प्रोटीन हॉर्मोन जल में घुलनशील होते है तथा ये बाह्य कोशिका ग्राहियो द्वारा कार्य करते है | कुछ प्रोटीन हॉर्मोन ( जैसे की इन्सुलिन ) प्राथमिक दूत (Primary Messenger) की भाँती कार्य करते है तथा प्लाज्मा में उपस्थित एंजाइम एडीनाइल साइक्लेस (Adenyl Cyclase) की क्रियाशील करते है |
यह ऐडीनाइल सैक्लेज ATP अणु को चक्रीय AMP (Cyclic AMP ) में बदल देता है | जो द्वितीयक दूत की भांति कार्य करता है तथा कोशिका के कार्य को प्रभावित करता है | यह परिकल्पना सदरलैंड ने दी थी |
बाह्य किशिकीय ग्राही के स्तर पर कार्य करते होर्मोनेस में सबसे अधिक अध्यन इन्सुलिन का हुआ है |
स्टीराइड हॉर्मोन :–
ये हॉर्मोन वसा में घुलनशील होते है जैसे की एस्ट्रोजन, टेस्टोंस्टीरोंन आदि और ये कोशिका के अंदर प्रवेश कर सकते है , कोशिका में प्रेवश करने के बाद ये हॉर्मोन अन्तराकोशिकीय ग्राही (Intracellular Receptor) के साथ बंध जाता है |
अमीनो Acid के व्युत्पन्न पदार्थ :—
ये रचना में सबसे छोटे था टाइरोसीन, हिस्टिडीन व ट्रीप्टोफन से व्युप्तन्न होते है ; जैसे — थैईरोक्सिन
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